5 मार्च 2010 को आज ही के दिन जनहितों के लिए व महंगाई, बेरोज़गारी एवं किसानों पर अत्याचार के विरुद्ध प्रदर्शन कर रहे हज़ारों हरियाणावासियों पर तत्कालीन हरियाणा कांग्रेस सरकार ने लाठीचार्ज कर लोकतंत्र को कुचलने की कुचेष्टा की थी, परंतु चौ. कुलदीप बिश्नोई जी ने कार्यकर्ताओं से आगे रहकर पुलिस की लाठियां अपने सीने पर खाई थी।
हमारे साथी आज के दिन को ‘संघर्ष दिवस’ के रूप में याद करते हैं।
संघर्ष दिवस
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